tag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post8112365488100358344..comments2024-03-17T12:42:25.548+05:30Comments on सत्यमेव जयते ! ... (?): मेरे 'राष्ट्रपिता' .........Atul Shrivastavahttp://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-17150676037965515622012-04-14T07:58:07.771+05:302012-04-14T07:58:07.771+05:30हा हा हा , देखिएगा अतुल जिम, कहीं गांधीवादी आप पे ...हा हा हा , देखिएगा अतुल जिम, कहीं गांधीवादी आप पे हमला न कर दें ,कमल कुमार सिंह (नारद )https://www.blogger.com/profile/16086466001361632845noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-63886377689415442702012-04-14T07:36:39.018+05:302012-04-14T07:36:39.018+05:30nice postnice postसहज समाधि आश्रमhttps://www.blogger.com/profile/12983359980587248264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-57285308884434667202012-04-12T09:13:10.906+05:302012-04-12T09:13:10.906+05:30वह तो बच्ची है ......दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बि...वह तो बच्ची है ......दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल | साबरमती के संत तूने कर दिया कमाल || गाँधी जी के योगदान को याद दिलाना पड़े यह देश का दुर्भाग्य है | सवाल उठाना आसान होता है ...पर सवालों की भी मर्यादा होनी चाहिए .......कल को कोई ये भी आ टी आई से पूछ ले की अमुक व्यक्ति किस आधार पर मेरा बाप है ......थोड़ी मुस्किल होगी पर सच सच तो सच ही होता है | गाँधी के बलिदान और त्याग पर प्रश्न करना आसमान में थूकने की तरह ही है |Naveen Mani Tripathihttps://www.blogger.com/profile/12695495499891742635noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-64546466356411437532012-04-11T14:02:52.173+05:302012-04-11T14:02:52.173+05:30अतुल सर |||
आपकी यह पोस्ट बहूत हि विचारणीय है....
...अतुल सर |||<br />आपकी यह पोस्ट बहूत हि विचारणीय है....<br />सारी बातो को सोचना समझना है....मेरा मन पंछी साhttps://www.blogger.com/profile/10176279210326491085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-40006344937804198262012-04-11T13:36:03.751+05:302012-04-11T13:36:03.751+05:30सार्थक चिन्तन...सार्थक चिन्तन...Dr (Miss) Sharad Singhhttps://www.blogger.com/profile/00238358286364572931noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-32752586507051143862012-04-08T02:50:47.831+05:302012-04-08T02:50:47.831+05:30धीरेन्द्र जी, इसी पोस्ट पर अपनी पिछली टिप्पणी म...धीरेन्द्र जी, इसी पोस्ट पर अपनी पिछली टिप्पणी में आप राहुल जी से सहमत थे और अब......<br />लगता है, अपने नए पोस्ट का लिंक देने के लिए आपने दोबारा अपने अलग विचार व्यक्त किये.........!!!!!!<br />फिर भी मेरी पोस्ट पर दोबारा आने के लिए आपका आभार....Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-53025768439751527662012-04-07T19:03:10.204+05:302012-04-07T19:03:10.204+05:30हमने तो बचपन से पढ़ा...समझा.....जाना.........वो दि...हमने तो बचपन से पढ़ा...समझा.....जाना.........वो दिल में कहीं इतनी गहरे पैठ गया है कि अब राष्ट्रपिता के रूप में गाँधी जी के सिवा कोई भाता नहीं.......<br />सुभाष चंद्र बोसे जी की देशभक्ति और बलिदान तो अनमोल है......छोटी उम्र में ही उनकी मृत्यु हो गयी सो उनका जो बिम्ब है वो किसी युवा का सा है...तो पिता के रूप में उन्हें कैसे देखें......<br />क्यूँ ना राष्ट्र बंधु कहते हैं उन्हें...<br /><br />सादर<br />अनु <br /><br />नोट-ये टिप्पणी किसी विद्वान ने नहीं की है...अन्यथा ना लें.ANULATA RAJ NAIRhttps://www.blogger.com/profile/02386833556494189702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-24223671658661040492012-04-07T16:45:18.424+05:302012-04-07T16:45:18.424+05:30अतुल जी , दोनों ही महापुरुस एक दुसरे के पूरक थे,एस...अतुल जी , दोनों ही महापुरुस एक दुसरे के पूरक थे,एसा लगता है. नेताजी के गर्म मिज़ाज से अंग्रेज परेशान होकर, गाँधी जी की सहनशीलता से फायदा उठा कर, राज करना चाहते थे. पर गाँधीगिरी के आगे भी उन्हें मात खानी ही पड़ी.<br />सुन्दर अभिव्यक्ति.Kewal Joshihttps://www.blogger.com/profile/05259895497389545585noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-74067589853048263882012-04-07T12:51:19.191+05:302012-04-07T12:51:19.191+05:30वाह!!अच्छी प्रस्तुति........
MY RECENT POST...काव...वाह!!अच्छी प्रस्तुति........<br /><br />MY RECENT POST...<a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/04/blog-post_06.html" rel="nofollow">काव्यान्जलि ...: यदि मै तुमसे कहूँ.....</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-21163998974403523712012-04-07T00:39:58.747+05:302012-04-07T00:39:58.747+05:30आभार आप मेरी पोस्ट पर आए।
.... पर पोस्ट पर आप अप...आभार आप मेरी पोस्ट पर आए।<br />.... पर पोस्ट पर आप अपने मौलिक विचार देते तो ज्यादा अच्छा लगता।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-39120013699817816252012-04-07T00:32:48.930+05:302012-04-07T00:32:48.930+05:30प्रासंगिक और बढिया जानकारी।
ऐश्वर्या का मासूम सव...प्रासंगिक और बढिया जानकारी। <br />ऐश्वर्या का मासूम सवाल अपनी जगह वाजिब है और इस पर सरकार का ढुलमुल जवाब भी सरकारी तौर तरीका ही है। <br />नेताजी ने ही सबसे पहले गांधी जी को राष्ट्रपिता कहा था, इस तथ्य के बाद भी कहना चाहूंगा कि गांधी जी के विरोध के बाद भी नेताजी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे और इसके बाद उन्होंने ईस्तीफा दे दिया था(यह भी एक तथ्य है) यानि ये कहा जा सकता है कि दोनों में वैचारिक मतभेद था। <br />किसी की लाईन छोटी करने के बजाय अपनी लाईन बडी करने का काम होना चाहिए...... मुझे यह कहने में संकोच नहीं कि मेरे राष्ट्रपिता सुभाष जी।MD. SHAMIMhttps://www.blogger.com/profile/15934816181549303390noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-70755267977273946632012-04-06T23:50:08.675+05:302012-04-06T23:50:08.675+05:30maaf kijiega magar is sambandh me mere apne vichaa...maaf kijiega magar is sambandh me mere apne vichaar ye hai ki..baapu ne kabhi nahi kaha wo raashtrpita hai par ye bhi sahi hai ki unhone hi desh k har us varg aur vykti k baare me socha ..jaise koi pita bina bhedbhav k sochta hai...<br /> he deserves to being FATHER OF OUR NATIONswadhahttps://www.blogger.com/profile/10039024578751983775noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-337759504855624602012-04-06T20:20:38.521+05:302012-04-06T20:20:38.521+05:30vicharneey lekhvicharneey lekhMonika Jainhttps://www.blogger.com/profile/18206634037142003083noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-18707345248927693522012-04-06T19:27:52.660+05:302012-04-06T19:27:52.660+05:30आँखें खोलने में सक्षम आलेख.....आँखें खोलने में सक्षम आलेख.....Sunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-75458459625467696022012-04-06T12:34:27.233+05:302012-04-06T12:34:27.233+05:30वैसे सबसे पहले पहले गांधी जी को राष्ट्रपिता सुभाष...वैसे सबसे पहले पहले गांधी जी को राष्ट्रपिता सुभाष बाबू ने नहीं नेहरू जी ने कहा था। इसके बाद नेताजी ने रंगून में रेडियो के जरिए वो बात दोहराई थी। (यह तथ्य मैंने पहले भी कहीं पढा था और अब इस मुद्दे के उठने के बाद आज फिर पढने में आया। दैनिक भास्कर अखबार में एन रघुरामन के कालम 'मैनेजमेंट का फंडा' में भी इस तथ्य को पढा है मैंने।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-21010530230886543242012-04-06T12:25:31.907+05:302012-04-06T12:25:31.907+05:30प्रासंगिक और बढिया जानकारी।
ऐश्वर्या का मासूम सव...प्रासंगिक और बढिया जानकारी। <br />ऐश्वर्या का मासूम सवाल अपनी जगह वाजिब है और इस पर सरकार का ढुलमुल जवाब भी सरकारी तौर तरीका ही है। <br />नेताजी ने ही सबसे पहले गांधी जी को राष्ट्रपिता कहा था, इस तथ्य के बाद भी कहना चाहूंगा कि गांधी जी के विरोध के बाद भी नेताजी कांग्रेस के अध्यक्ष चुने गए थे और इसके बाद उन्होंने ईस्तीफा दे दिया था(यह भी एक तथ्य है) यानि ये कहा जा सकता है कि दोनों में वैचारिक मतभेद था। <br />किसी की लाईन छोटी करने के बजाय अपनी लाईन बडी करने का काम होना चाहिए...... मुझे यह कहने में संकोच नहीं कि मेरे राष्ट्रपिता सुभाष जी।Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-76903784199692308832012-04-06T12:23:20.002+05:302012-04-06T12:23:20.002+05:30रोचक जानकारीरोचक जानकारीvandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-76968379070437104052012-04-06T12:09:44.895+05:302012-04-06T12:09:44.895+05:30अतुल जी किस भी दिन , किस भी समय , कोई भी मुझ से ने...अतुल जी किस भी दिन , किस भी समय , कोई भी मुझ से नेता जी या गांधी जी मे से किसी एक को राष्ट्रपिता के रूप मे चुनने को कहेगा तो आप ही की तरह, बिना किसी शक या दिक्कत के मैं हमेशा ही नेताजी का ही नाम लूँगा !<br /><br />पर इसमे एक बात आड़े आ जाती है ... जब स्वयं नेताजी ही गांधी जी को राष्ट्रपिता मानते आए हो तो क्या ऐसे मे उनके इस "Direct Order" को न मान हम अपने ही "Head of the State" नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का अपमान नहीं करेंगे ??शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-70343605355489364072012-04-06T12:02:04.012+05:302012-04-06T12:02:04.012+05:30अतुल जी निवेदन है आप इस लिंक को भी देखें :- An Ind...अतुल जी निवेदन है आप इस लिंक को भी देखें :- <a href="http://pittpat.blogspot.in/2012/04/gandhi-subhas-father-of-nation.html" rel="nofollow">An Indian in Pittsburgh - पिट्सबर्ग में एक भारतीय *: नेताजी, गान्धीजी और राष्ट्रपिता पर प्रश्न </a>शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-13364496252238963472012-04-06T10:44:36.184+05:302012-04-06T10:44:36.184+05:30कैलाश चंद्र शर्मा
सुभाष चन्द्र बोस का नाम जेहन मे...कैलाश चंद्र शर्मा <br />सुभाष चन्द्र बोस का नाम जेहन में आते ही मेरे मन में एक अजीब सा अपराध बोध भर जाता है ..अपनी गौरवमयी अर्वाचीन संस्कृति की दुहाई देने वाले हम क्या इस प्रश्न को अनदेखा कर सकते हैं कि क्या कोई जिन्दा कौम अपने किसी महापुरुष के प्रति इतना कृतग्नता पूर्ण व्यवहार कर सकती है ?????जीते जी लोकतान्त्रिक ढंग से जीते हुए कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटने को मजबूर किये गए .....उनकी मृत्यु का रहस्य एतिहासिक बेशर्मी में आज पर्यंत दफ़न है ...आज देश का कोई बड़ा एवार्ड जैसे भारत रत्ना , कोई बड़ा स्मारक , कोई बड़ी योजना या संस्थान का नामकरण ...कुछ भी तो नहीं है सुभाष के हिस्से में | जिस देश में राष्ट्र के प्रति क़ुरबानी के दावे पे छटवी और सातवी पीढ़ी सत्ता और सम्मान पे दावा थोक रही है वंहा सुभाष के प्रति इसदेश का रवैया निसंदेह यह कहने को मजबूर करता है कि हमारी देश कि विपदाओं के पीछे पितर दोष तो नहीं है ?????Atul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-20115236829740235122012-04-06T10:44:01.885+05:302012-04-06T10:44:01.885+05:30जरनैल सिंह भाटिया
जिसको जिन्दा या मुर्दा सौंप देन...जरनैल सिंह भाटिया <br />जिसको जिन्दा या मुर्दा सौंप देने के अनुबन्ध पर अंग्रेजों ने हमको आजादी दी वो शक्स शुभाष चन्द बोस थे । अर्थात बोस जी अंग्रेजो की हीट लीस्ट मे थे और अंग्रेज बोस जी से इतने भयभीत हो चुके थे कि उनकी जिन्दा या मुर्दा गिरफ़तारी की कीमत पर अपनी प्रभावशाली सत्ता और हमारे लिये आक्सीजन रुपी आजादी हमे देने राजी हो गये । अग्रेज जिससे डर कर भागे ये तो आप समझ गये ना। तो हमको राष्ट्रपिता उसको कहना है जिससे डर कर अंग्रेज हमको आजादी देने राजी हुए या उसको जिसने जिन्दा या मुर्दा बोस जी को अंग्रेजो को सोंपने के लिये अनुबन्ध किया ........... विचारेंAtul Shrivastavahttps://www.blogger.com/profile/02230138510255260638noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-8859592000879553592012-04-06T09:28:20.407+05:302012-04-06T09:28:20.407+05:30अतुल जी,मै तो राहुल सिंह जी की बातों से सहमत हूँ,न...अतुल जी,मै तो राहुल सिंह जी की बातों से सहमत हूँ,नेता जी ही ने बापू को राष्ट्रपिता कहा था,<br /><br />MY RECENT POST...<a href="http://dheerendra21.blogspot.in/2012/04/blog-post.html#comment-form" rel="nofollow">फुहार....: दो क्षणिकाऐ,...</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-39215833728370502232012-04-06T09:00:47.431+05:302012-04-06T09:00:47.431+05:30बताया जाता है कि नेताजी ने ही बापू को राष्ट्रपिता...बताया जाता है कि नेताजी ने ही बापू को राष्ट्रपिता कहा था, थोड़ी तहकीकात कर लें, संयोगवश बोस विशेषज्ञ डॉ़ प्रसाद छत्तीसगढ़ में ही हैं, उनसे 9039281581 पर संपर्क कर सकते हैं.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-57455251909700724012012-04-06T08:09:58.025+05:302012-04-06T08:09:58.025+05:30@मेरे राष्ट्रपिता हैं आदरणीय सुभाषचंद्र बोस जी।
...@मेरे राष्ट्रपिता हैं आदरणीय सुभाषचंद्र बोस जी।<br /><br />कैसा संयोग है कि गांधी जी को पहली बार राष्ट्रपिता का दर्ज़ा नेताजी ने ही दिया था। फिर धीरे-धीरे यह शब्द गांधी जी का पर्याय बन गया।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2832390747382324847.post-36364040386535183172012-04-06T07:38:59.246+05:302012-04-06T07:38:59.246+05:30बच्ची के प्रश्न ने सबको चौंका दिया मगर इसमें चौंकन...बच्ची के प्रश्न ने सबको चौंका दिया मगर इसमें चौंकने जैसी कोई बात नहीं लगती। महात्मा गांधी को धीरे धीरे जन जन ने कहना, मानना शुरू कर दिया होगा 'राष्ट्रपिता' वो राष्ट्र पिता हो गये। यह कोई सरकारी उपाधी तो है नहीं कि कब से दी गयी ? बाप को बाप न मानो तो काहेका बाप? कोई जबरी कानून बना कर थोड़े न मनवा सकता है। महात्मा गाँधी तो जन जन के मान्य राष्ट्रपिता हैं। <br /><br />आदरणीय सुभाषचंद्र बोस तो सबके प्यारे नेता जी हैं ही। आगे सबके-अपने विचार, अपनी अपनी सोच।<br /><br />दोनो अतुलनीय हैं अतुल जी।देवेन्द्र पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/07466843806711544757noreply@blogger.com