21 जून 2011

बौने कद का बडा कलाकार.... गुमनामी में

नत्‍थू दादा
 राजकपूर के साथ बिताए लम्‍हे, राजकुमार की ठाठ के गवाह, धर्मेन्‍द्र की जिंदादिली के किस्‍से, दारा सिंह की ताकत को करीब से देखने और अमिताभ के साथ बिताए पल.... बस यही उसकी दौलत हैं..... अफसोस कि वह इस समय कंगाल है। हजार डेढ  हजार रूपए की नौकरी करने करीब दस किलोमीटर का सफर तय करता है और फिर अपने गांव लौट जाता है। उसका कद महज दो फुट है पर इरादे बुलंद। वह कहता है, ऊपर वाले ने उसे महज दो फीट का बनाया है लेकिन उसने अपने कद की कमी को कभी आडे नहीं आने दिया और बुलंद हौसलों के साथ  दुनिया का सामना किया लेकिन अब वह थक चुका है। 
बात हो रही है करीब सौ से ज्‍यादा हिंदी फिल्‍मों में काम कर चुके कलाकार नत्‍थू दादा की। राजकपूर के साथ मेरा नाम जोकर से अपने फिल्‍मी  कैरियर की शुरूआत करने वाले नत्‍थू दादा अब रिटायरमेंट ले चुके हैं फिल्‍मों से और गरीबी के दिन बिता रहे हैं। वर्ष 1982-83 में द सिने आर्टिस्‍ट एसोसिएशन मुंबई का सदस्‍य क्रमांक 1472 यानि कि दादा नत्‍थू राम या‍नि कि नत्‍थू दादा रामटेके की पूंजी मुंबई में मायानगरी के उस दौर के नायाब कलाकारों के साथ बिताए लम्‍हे ही हैं।
फिल्मी दुनिया की चकाचौंध सबको अपनी ओर आकर्षिक करती है, लेकिन इस चकाचौंध से परे भी तस्वीर का एक दूसरा पहलू है जो न सिर्फ हैरान करने वाला है, बल्कि दुखदाई भी है। राजनांदगांव जिले के एक गांव रामपुर में रहने वाले लगभग दो फीट के नत्थू दादा तस्वीर के इसी दूसरे पहलू से दो चार हो चुके हैं और फिलहाल गरीबी और फटेहाली में दिन गुजार रहे हैं। नत्थू दादा को इस बात का मलाल है कि वे किसी ऊंची पहुंच वाले परिवार से नहीं हैं, वरना उनकी भी पूछ परख होती। इनकी मानें तो यह दुनिया का सबसे छोटे कद के व्यक्ति हैं। 
मेरा नाम जोकर में राजकूपर के साथ नत्‍थूदादा

लगभग 62 साल के इस शख्स की खूबी यह है कि एक समय में इसने बालीवुड में सौ से ज्यादा फिल्मों में काम किया था और राजकपूर, अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, राजकुमार, प्रेमनाथ,  दारा  सिंह, अमजद खान, फिरोज खान, डैनी जैसे कई बड़े कलाकारों के साथ इसकी कई फिल्में चर्चित रहीं। उस दौर की कुछ फिल्मों में इसने अपने बौने कद के चलते मुख्य भूमिका भी निभाई। आज यह कलाकार बालीवुड की चकाचौंध से दूर अपने गांव में अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है और अपने पुराने दिनों की याद को जिंदा रखे हुए है। इसने बताया कि उसे फिल्मों में काम करने का काफी शौक था और जब काफी समय पहले उस दौर के मशहूर कलाकार दारा सिंह भिलाई में कुश्ती के कार्यक्रम में आए तो वे वहां उनकी कुश्ती देखने गए और उनसे मिले। उनके आमंत्रण के बाद वे मुंबई गए जहां दारा सिंह ने नत्थू दादा को कई फिल्में दिलवाईं। 

कस्‍मे वादे में अमिताभ बच्‍चन  के साथ नत्‍थू दादा
राजकपूर, अमिताभ बच्चन, धर्मेन्द्र, राजकुमार, प्रेमनाथ,  दारा  सिंह, अमजद खान, फिरोज खान, डैनी जैसे कई बड़े कलाकारों के साथ इसकी कई फिल्में चर्चित रहीं। उस दौर की कुछ फिल्मों में इसने अपने बौने कद के चलते मुख्य भूमिका भी निभाई
नत्थू दादा ने बताया कि उन्होंने राजकपूर के साथ मेरा नाम जोकर में बौने जोकर की भूमिका निभाई। इसके बाद उनकी कई फिल्में आईं। अमिताभ बच्चन के साथ कस्मे वादे फिल्म में काम किया। उन्होंने एक किस्सा बताते हुए कहा कि किस तरह फिरोज खान अभिनीत फिल्म खोटे सिक्के का नाम खोटे सिक्के पड़ा। उनके मुताबिक फिल्‍म में उनका अच्‍छा रोल था। फिल्‍म का नाम पहले कुछ और था लेकिन एक दिन बात करते करते उन्‍होंने फिरोज खान को कहा कि मैं तो खोटा सिक्‍का हूं, जो यहां चल रहा हूं तो फिरोज खान ने फिल्‍म का नाम ही खोटे सिक्‍के रख दिया। उन्होंने बताया कि यह फिल्म काफी हिट रही। 

अपने पुराने अनुभव बांटते हुए श्री नत्थू दादा ने बताया कि उस दौर में उनके कई कलाकारों से काफी अच्छे संबंध थे। राजकपूर के परिवार में उनका आना जाना था और इस दौर की मशहूर अदाकारा करिश्मा कपूर और करीना कपूर उनके सामने ही पैदा हुईं और उन्होंने इन दोनों को अपनी गोद में खिलाया भी था।
नत्थू दादा ने बताया कि फिल्म धर्मकांटा के दौरान वे बुरी तरह घायल हो गए थे। उनके मुताबिक फिल्म में एक दृश्य था जिसमें अमजद खान को उन्हें फेंकना था और दूसरे कलाकार को पकडऩा था लेकिन वे ऊंचाई से गिर गए और जख्मी हो गए। इसके बाद वे वापस अपने गांव आ गए। दोबारा मुंबई जाने की कोशिश की लेकिन घर वालों ने नहीं जाने दिया और शादी कर दी।
इस दौर की मशहूर अदाकारा करिश्मा कपूर और करीना कपूर उनके सामने ही पैदा हुईं और उन्होंने इन दोनों को अपनी गोद में खिलाया भी था
 नत्थू दादा का दावा है कि वे दुनिया के सबसे छोटे कद के व्यक्ति हैं और इस छोटे कद के बावजूद उनकी वैवाहिक जिंदगी की गाड़ी अच्छे से चलती रही। उनके परिवार में उनके और उनकी पत्नी के अलावा पांच बच्चे भी हैं। इन बच्चों की देखभाल और पढ़ाई का खर्चा उन्हें ही उठाना पड़ता है। उनका कहना है कि वे प्रधानमंत्री, राष्‍ट्रपति से लेकर मुख्यमंत्री और हर एक द्वार में अपने लिए अपने परिवार के लिए जा चुके हैं पर उन्हें हर जगह निराशा ही हाथ लगी। वे निराश होकर कहते हैं कि यदि वे सक्षम परिवार से होते तो उनकी पूछ होती, उन्हें गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने के लिए प्रयास होता पर भाई भतीजावाद के इस युग में वे अपनी समस्याओं के साथ अकेले पड़ गए हैं। 
जाने कहां गए वो दिन...... मेरा नाम जोकर


नत्थू दादा ने अपील की है कि उस जैसे बौने कलाकार की मदद के लिए प्रयास होना चाहिए और यदि यह प्रयास हुआ तो वे छत्तीसगढ़ और अपने गांव अपने शहर का नाम देश में रौशन कर सकते हैं।
मुंबई की यही याद बाकी है
बहरहाल, नत्थू दादा फिलहाल राजनांदगांव शहर में बच्चों के मनोरंजन के लिए बने चौपाटी में आने वाले बच्चों के मनोरंजन के लिए मौजूद रहने का काम करते हैं और इसके एवज में उन्हें नगर निगम की ओर से डेढ हजार रूपए मासिक मिलता है, लेकिन इतनी राशि में परिवार चलाना नत्थू दादा को भारी लगता
है। फिल्मों और राजनीति की बेदर्द दुनिया को इस बौने कद के लेकिन मजबूत इरादों वाले इंसान की मदद कर एक मिसाल पैदा की जानी चाहिए।

44 टिप्‍पणियां:

  1. मतलब निकल गया है तो पहचानते नही!
    वास्तव में इस बैने कलाकार को मदद की बहुत जरूरत है!

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  2. फि‍ल्‍मी दुनि‍यां में तो अच्‍छे खासे प्रति‍ष्‍ठि‍त चेहरों को भुलाने में देर नहीं लगता फि‍र नत्‍थू दादा ... खैर अतुल श्रीवास्‍तव जी को नत्‍थू दादा याद रहे ये नत्‍थूदादा का सौभाग्‍य है।

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  3. कद महज दो फुट है पर इरादे बुलंद।

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  4. atulji....maine nathuda se 1999 me bat ki thi...mujhe yad hai ve jindadilinsan hai. aapne punah uski yad dilayi , ye bade garv ki bat hai. nathuda ka yogdan avismarniya hai filmo me...

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  5. atul bhai ,
    wakai me bedard jamane ki aur kya misal de sakte hai....jis kalakaar ko chattisgarh ka gaurav bana kar sir ankho pe bithana tha unhe hi chhattisgarh sarka bhool baithi hai.......
    aaj chhattisgarhi filmo ki badh hai parantu chattisgarhi kalalaar kaha hai?
    lagta hai inke uddhar ke liye bhi ANNA HAZARE ki jarurat hai.....

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  6. ye sirf in ke sath nahi purane jamane ka kaei kalakaro ke sath ho rahe hai

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  7. atul ji aapne natthu dada ko apnee post ke madhyam se fir se pahchan dilayee hai kintu film industry me to chadhte sooraj ko salam karne ki parampara hai aur vahan aisee manviyata ka sthan kahan.aap ko aisee post prastut karne ke liye aabhar.

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  8. अपने आप में व्यस्त ये स्वार्थी दुनिया कहाँ किसी को याद रखती है। लेकिन इंसान हैं तो संवेदनशीलता तो होनी ही चाहिए, कलाकार भी अब स्मृतियों में ही रहते हैं।

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  9. नत्थू दादा जो इतने मशहूर कलाकारों के साथ काम किए पर आज उनकी इस हालत पर बहुत दुःख हो रहा है !

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  10. मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-

    http://seawave-babli.blogspot.com/
    http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/

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  11. हो सकता है आपकी पोस्‍ट से फिल्‍म जगत के लोग उनकी तरफ घ्‍यान दें। गुमनामी के अंधेरे ऐसे ही होते हैं। इसलिए ही तो जीवन का दूसरा नाम संघर्ष भी है।

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  12. फ़िल्मी परदे पर सह कलाकारों की दुर्दशा पुराने समय से चली आ रही है और कुछ खास वर्ग मलाई काट रहा है..क्रमिक रूप से समय के साथ ये खाई बढती जा रही है
    बहुत सुन्दर पोस्ट अतुल भाई..

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  13. यही दुनिया है......... अतुल श्रीवास्‍तव जी आपने नत्‍थू दादा को याद रखा और उनके प्रति सहानुभूति के ये शब्द लिखे इसके लिए आपका बहुत बहुत आभार...

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  14. जाने कहाँ गए वह दिन ......यही थे जो कल हमको हँसाते थे आज उन पर रोना आ रहा है | सार्थक पोस्ट आभार

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  15. माया की नगरी उठाती भी है और पटक भी देती है नत्थू दादा को सहायता मिलनी ही चाहिये

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  16. नत्थू दादा के प्रति आपकी संवेदनशीलता सराहनीय है.......
    आज के ’हिन्दुस्तान’ में आपकी पोस्ट छपने पर बधाई !

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  17. बहुत ही उम्दा प्रस्तुती.

    कलाकार नत्‍थू दादा को नमन...

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  18. निवेदिता जी, 'हिंदुस्‍तान' का लिंक यदि आप दे दें तो अच्‍छा लगेगा

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  19. यही तो है मायापुरी का नंगा सच। आपकी इस पोस्‍ट को पढ़कर दिल में एक टीस सी उठी। क्‍या सिने आर्टिस्‍ट एसोसिएशन रिटायर्ड कलाकारों के लिए कुछ नहीं करती। नत्‍थू दादा की कहानी पढ़कर भगवान दादा की याद आ गई जिनका अन्तिम समय में यही हाल हुआ था।

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  20. अभी हाल ही में फिलीपिंस के 18 साल के युवक जुनरे बालविंग को गिनीज बुक में दुनिया के सबसे कम हाईट वाले इंसान के रूप में दर्ज किया गया है। इसकी हाईट 24 इंच है।
    24 इंच की हाईट वाला एक और इंसान है जिसकी उम्र 62 साल है और यह इंसान पिछले कई सालों से बोल रहा है कि वह दुनिया का सबसे कम हाईट का व्‍यक्ति है, पर उसकी कोई सुन नहीं रहा।
    वह इंसान गरीब है, उसके पास इतने संसाधन नहीं कि वह गिनीज बुक वालों तक खुद पहुंच सके।
    क्‍या आपको लगता है कि गिनीज बुक में रिकार्ड भी पैसे और पावर से दर्ज हो सकते हैं?

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  21. टिप्पणी देकर प्रोत्साहित करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया!
    मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
    http://seawave-babli.blogspot.com/

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  22. Atul ji..bahut hi acchi post...sach kaha aapne..sansadhano ki kami ke kaaran Nathu ji apna naam gunieess book me darz nahi kara sake..per apka prayaas apke naam ki tarah hi atulniya hai...sayad kissi ko unki halaato pe taras aajaye aur unki madad ko logo ke hath aage bade...bahut bahut shukriya...regards era

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  23. अतुल जी नक्सली की कहानी और वर्तमान पोस्ट दोनों अच्छी लगी.

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  24. Hello,
    my name is Saurabh tiwari and i have been sae Mr Natthulal in chaupati of our city Rajnandgaon c.g.
    nw he has become the toy for the children.and they uses to sec hand with him to creat fun.He realy need attention frm the person who has been forgeten abt him.Its a beautiful starting frm u Mr. Atul.

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  25. atul. bahut achchha aalekh hai.ek baat bataun? unke kuchh achchhe paper cutting mere paas hai. bahut samhaal kar rakha hai.

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  26. main kabhi dhayan se dekha hi nahi...aise suna jarur tha nathu ka naam hai..sahi me inhe paiso ki jarurat hai.....main kuch unhe dena chahata hu,,,par unki koi adress nahi pta hai mujhe......main bhi ek middle class se hu, mujhe malum hai ki paisa kya hota hai....aise ye baat sabhi ki malum hai ki paisa kya hota hai,...par jo bhi ho sake main unke liye karne ke liye tayar hu.....

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  27. अतुल जी आपने बहुत अच्छा लिखा है - साधुवाद

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  28. I have read a story about That person.
    I have tears after read it.
    I am an student Yet ...
    Actually anyone is there to help him....
    Why No one are coming Up to help him..?
    Has anyone has Give him?

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  29. I think you can tell him to do some stage acts...their is no dearth of good artist , he can make his own team and start once again.

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  30. पहले ही यह खबर पर भड़ास पर पढ़ चुका हूँ, शायद आपने ही लिखी है, नाम याद नहीं। लेकिन कागज के फूल गुरुदत्त ने बनाया ही है इस पर।

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  31. film industries ko sarm aani chahiye ki aise kalakar ko aaj koi nahi puchhne bala .film industries me sare log paise bale hai agar log chahe to ek kalakar ko dusra kalakar madad kar sakta hai..........please help ......

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  32. kbc ke set me amit ja kafi senstive najar aate hai.agar wo wakai senstive hai to nathu dada ki madad jarur karenge warna ham to yahi samjhenge ki kbc me bi amit kewal abhinay karte hai paiso ke liye

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  33. AMIT JEE APKO NATHTHU DADA KE MADAD KERNE CHAHEA NATHU DADA NE APKE SATH KASME WADE MEIN KAAM KIYA HAIN

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  34. Atul ji, behad pasand aayi aapki post. plz aap ye IBN, ZINDAGI LIVE aur KBC mein Suggest kijiye. hum bhi editor ko likhe hein par maloom nahin kab ye help milegi. ji hum blog mein ek dum nayi hein, agar kuchu galat likha ho to maaf kijiye.

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  35. Mujh ko lagta hai ki agar Mr. Bacchan ki nigahon ke saamney se ye story guzregi to wo is par zaroor khuch na khch karege...Aisa mera dil kahta hai.

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  36. बहुत ही उम्दा प्रस्तुती...अतुल जी आपने नत्‍थू दादा को याद रखा

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  37. वाह भाई अतुल जी आपने नत्थूदादा से मुलाकात करा दी। तमाम पिक्चरों में उन्हें देखा है, लग रहा है आमने सामने बात हो रही है।
    पर उनकी हालत वाकई सोचनीय है।
    बहुत सुंदर पोस्ट

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  38. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

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  39. बहुत ही अच्छा विषय और प्रभावी लेखन के लिए बधाई. दर असल बड़े कलाकारों के वतवरिशिया वैभव में दूसरे कलाकारों का अस्तित्व ही छिप जाता है. येही नत्थू दादा के साथ हुआ.

    मेरे ब्लॉग पर मेरी कुछ कवितायेँ है... सोचता हूँ कोई इनपर नज़र डालेगा.... डॉ. चन्द्र शेखर शर्मा

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  40. दुनिया के सबसे छोटे कद वाले और महान कलाकार नथ्थूदादा से मुझे आज मिलने का सौभाग्य मिला।

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